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शुक्रवार 9 मई 2025, का पंचांग

 आप का दिन मंगलमय हो

*सूर्योदय :-* 05:35 बजे  

*सूर्यास्त :-* 19:00 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : ग्रीष्म ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज वैशाख माह शुक्ल पक्ष *द्वादशी तिथि*  14:56 बजे  तक फिर त्रयोदशी  तिथि चलेगी।  

💫 *नक्षत्र आज* हस्त नक्षत्र 24:00 बजे तक  फिर चित्रा नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *वज्र*  है।

*करण*  :-आज  *बालव* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक,भद्रा, गंडमूल नहीं है।

*🔥अग्निवास*: आज पृथ्वी पर है।

☄️ *दिशाशूल* : आज    पश्चिम दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 10:37 बजे से 12:18 बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:51 बजे से 12:45 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: प्रदोष व्रत

*मुहूर्त* :

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मेष, चन्द्र-कन्या, मंगल-कर्क बुध-मेष, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

चर 05:35 - 07:16 शुभ

लाभ 07:16 - 08:57 शुभ

अमृत 08:57 - 10:37 शुभ

काल 10:37 - 12:18 अशुभ

शुभ 12:18 - 13:58 शुभ

रोग 13:58 - 15:39 अशुभ

उद्वेग 15:39 - 17:19 अशुभ

चर 17:19 - 19:00 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

रोग 19:00 - 20:19 अशुभ

काल 20:19 - 21:39 अशुभ

लाभ 21:39 - 22:58 शुभ

उद्वेग 22:58 - 24:17*अशुभ

 अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

भरोसे का दूसरा नाम है सोफिया कुरेशी

 

मै भूलकर भी सोफिया कुरैशी के बारे में न लिखता. मै जब लिखता हूँ तब लोगों की भावनाएं आहत हो जातीं हैं. ऐसा होना स्वाभाविक है, क्योंकि मै सच लिखता हूं, बेखौफ और बिना लाग लपेट के लिखता हूं. सोफिया कुरेशी के बारे में भी मै ससम्मान और निर्लिप्त भाव से लिख रहा हूं क्योंकि सोफिया कुरेशी भरोसे का दूसरा नाम बन चुकी है.

कर्नल सोफिया कुरेशी हमारी सेना में कल भर्ती नहीं हुई. उसे सेना में काम करने का लंबा तजुर्बा है. सोफिया खानदानी सैनिक है. सोफिया कुरेशी के पिता, दादाभी सैनिक रहे हैं.और पति भी सैनिक  हैं.सोफिया कल भी सेना में थी, आज भी है और सेवानिवृत होने तक रहेगी. मुमकिन है कि सोफिया  कुरेशी के बच्चे भी सेना को ही अपने कैरियर के लिए चुनें.

दर असल सोनिया को पाकिस्तान के खिलाफ आपरेशन सिंदूर के लिए उसकी योग्यता की वजह से तो चुना ही गया, लेकिन उसकी विशेष योग्यता उसका मुसलमान होना भी है. सरकार ने एक तीर दो निशाने साधे. कर्नल सोफिया की देशभक्ति की भी परीक्षा ले ली और अपने ऊपर लगे मुस्लिम विरोधी होने के धब्बे भी धोने की नाकाम कोशिश कर ली.नये वक्फ कानून के बाद देशभर में अल्पसंख्यकों का जो गुस्सा फूटा था, उससे सरकार घबडा गई थी. दुर्भाग्य से पाक प्रशिक्षित आतंकियों ने पहलगाम नरसंहार कर डाला. इस हादसे को भी मुसलमानो के खिलाफ इस्तेमाल करने की कोशिश की गई किंतु सोफिया की बिरादरी ने आतंकी घटना की एक सुर से मुखालफत कर इस कोशिश को भी नाकाम कर दिया. 

जनाक्रोश को देखते हुए  जब पाकिस्तान के खिलाफ आपरेशन शुरू करने की नौबत आई तो सबसे पहले आपरेशन के नामकरण में वही दृष्टि अपनाई गई जो अमूमन सरकार के हर फैसले के समय अपनाई जाती है. यानि आपरेशन का नाम रखा गया सिंदूर. आपरेशन की कमान दी गई कर्नल सोफिया कुरेशी और व्योमिका  सिंह को. ताकि समरसता का विश्वव्यापी संदेश जाए.एक अल्पसंख्यक, दूसरी बहुसंख्यक समाज का प्रतिनिधित्व करती है. हमारे देश और सेना का असल चेहरा यही है. हम अलग अलग हैं ही नहीं. थे ही नहीं.

खुशी की बात है कि कर्नल सोफिया कुरेशी ने आपरेशन सिंदूर को एक सिद्धहस्त सैनिक की तरह अंजाम दिया. आतंकियों के ठिकाने नेस्तनाबूत किए और अपनी महिला तथा मुस्लिम बिरादरी के साथ ही देश का मान बढाया. मजे की बात ये है कि आपरेशन सिंदूर की कामयाबी का श्रेय सरकार से इतर भाजपा जिस ढंग से लूटना चाहती थी, लूट नहीं सकी.श्रेय सेना, सोफिया और व्योमिका को ही मिला. आरती भी इन्ही दोनों की उतारी जा रही है. अभिनंदन भी इन्ही दोनों का हो रहा है. अब मुसलमानों को मंगलसूत्र लुटेरा या पंचर जोडने वालों की कौम बताने वालों की बोलती बंद है. इसके लिए पूरा देश कर्नल सोफिया कुरेशी का शुक्रगुजार है.

आइये एक नजर कर्नल सोफिया कुरैशी की जन्मकुंडली पर भी डाल लेते हैं. सोफिया कुरैशी मूल रूप से गुजरात की रहने वाली हैं. उनका जन्म 1981 में वडोदरा, गुजरात में हुआ. उन्होंने बायोकेमिस्ट्री में पोस्‍ट ग्रेजुएशन किया है.कई रिपोर्टस में बताया गया कि सोफ‍िया के दादा भी सेना में थे और उनके पिता ने भी कुछ वर्षों तक सेना में धार्मिक शिक्षक के रूप में सेवाएं दीं. एक अन्‍य रिपोर्ट में बताया गया है कि सोफ‍िया की शादी मैकेनाइज़्ड इन्फेंट्री के एक सेना अधिकारी मेजर ताजुद्दीन कुरैशी से हुआ है और उनका एक बेटा समीर कुरैशी है.

भारतीय सेना में सोफिया की एंट्री 1999 में हुई.उन्‍होंने 1999 में चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त किया.इसके बाद सोफ‍िया ने सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन प्राप्त किया.वर्ष 2006 में सोफ‍िया ने कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना मिशन में सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में सेवा दी. वह 2010 से शांति स्थापना अभियानों से जुड़ी रही हैं.पंजाब सीमा पर ऑपरेशन पराक्रम के दौरान उनकी सेवा के लिए उन्हें जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ का प्रशंसा पत्र भी मिल चुका है.उत्तर-पूर्व भारत में बाढ़ राहत कार्यों के दौरान उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए उन्हें सिग्नल ऑफिसर इन चीफ का प्रशंसा पत्र भी मिला था.उन्हें फोर्स कमांडर की सराहना भी मिली.

लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी उस समय भी सुर्खियों में आईं थीं.जब उन्‍होंने एक बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भारतीय दल की अगुवाई की थी.तब वह ऐसा करने वाली भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी बन गई थीं. इस अभ्यास का नाम ‘एक्सरसाइज फोर्स 18’दिया गया था,जो भारत की ओर से आयोजित उस समय का सबसे बड़ा विदेशी सैन्य अभ्यास था.लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी इस अभ्‍यास में भाग लेने वाले 18 दलों में एकमात्र महिला अधिकारी थीं. भारतीय दल में कुल 40 सदस्य थे.उस समय वह भारतीय सेना की सिग्नल कोर की अधिकारी थीं.

भारत के मुसलमान पाकिस्तान के मुसलमान नहीं हैं. उनमें शहीद अब्दुल हमीद भी होते हैं, अब्दुल कलाम भी और सोफिया कुरेशी भी. भारत के मुसलमानों को औरंगजेब की औलाद कहकर लांछित नहीं किया जा सकता. उन्हे परेशान करने के लिए बुलडोजर संहिता का इस्तेमाल संकीर्णता है. आपरेशन सिंदूर से सबक सीखिए. स्वीकार कीजिये कि हिंदू हो या मुसलमान, सिख हो या ईसाई, सब के सब देश की संप्रभुता, एकता, अखंडता के लिए बलिदान, कर्तवयनिष्ठा् में सबसे आगे हैं, क्योंकि हम सब हिंदुस्तानी हैं.

हमारे लिए अतिरिक्त खुशी की बात ये है कि सोफिया भले ही गुजरात में बस गई हो किंतु उसकी गर्भनाल बुंदेलखंड में है. बुंदेलखंड की धरती यूं भी सूरमाओं की धरती है. रानी लक्ष्मी बाई की धरती है. आल्हा, ऊदल की धरती है. हरदौल की धरती है. छत्रसाल की धरती है. सोफिया कुरेशी जिंदाबाद, व्योमिका जिंदाबाद, भारत की सेना जिंदाबाद.आज मुझे राष्ट्र कवि दद्दा मैथिलीशरण गुप्त की पंक्तियाँ याद आ रहीं हैं. दद्दा लिख गए -

मानस भवन में आर्यजन जिसकी उतारें आरती,

भगवान् ! भारतवर्ष में गूँजे हमारी भारती।"

एक महत्वपूर्ण बात और जो साथी रमाशंकर सिंह ने याद दिलाई है वो ये कि  युद्ध बाजार के अंतर्राष्ट्रीय पिशाच गिद्ध व्यापारी भारत पाकिस्तान की  उत्तरी पश्चिमी सीमा पर मँडराने लगे हैं । खरबों का धंधा दिख रहा है ! शुरु में उधार, बाद में यूक्रेन की तरह वसूली !  भारत को इस खूनी साज़िश से बचना चाहिये!

@राकेश अचल

गुरुवार 8 मई 2025, का पंचांग

 आपका दिन मंगलमय हो

*सूर्योदय :-* 05:36 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:59 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : ग्रीष्म ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज वैशाख माह शुक्ल पक्ष *एकादशी तिथि*  12:29 बजे  तक फिर द्वादशी  तिथि चलेगी।  

💫 *नक्षत्र आज* उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र 21:05 बजे तक  फिर हस्त नक्षत्र चलेगा।

    *योग* :- आज *हर्षण*  है।

*करण*  :-आज  *विष्टि* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक, गंडमूल नहीं है भद्रा  12:29 बजे तक है।

*🔥अग्निवास*: आज आकाश में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज    दक्षिण दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 13:58 बजे से 15:39  बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:52 बजे से 12:45 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: मोहिनी एकादशी व्रत

*मुहूर्त* :

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मेष, चन्द्र-कन्या, मंगल-कर्क बुध-मेष, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

[08/05, 06:49] ज्योतिषाचार्य डॉ एचसी जैन: *🌞चोघडिया, दिन*

शुभ 05:36 - 07:17 शुभ

रोग 07:17 - 08:57 अशुभ

उद्वेग 08:57 - 10:37 अशुभ

चर 10:37 - 12:18 शुभ

लाभ 12:18 - 13:58 शुभ

अमृत 13:58 - 15:39 शुभ

काल 15:39 - 17:19 अशुभ

शुभ 17:19 - 18:59 शुभ

*🌘चोघडिया, रात*

अमृत 18:59 - 20:19 शुभ

चर 20:19 - 21:38 शुभ

रोग 21:38 - 22:58 अशुभ

काल 22:58 - 24:17*अशुभ

[08/05, 06:49] ज्योतिषाचार्य डॉ एचसी जैन: अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें - ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन (राष्ट्रीय गौरव अवॉर्ड प्राप्त)

जिनकी दर्जनों जटील मुद्दों पर भविष्यवाणी सत्य सिद्ध हुई हैं।

मो . 9425187186

अंतत: आपरेशन सिंदूर शुरु, प्रहार का स्वागत

कहते हैं 'देर आयद, दुरुस्त आयद'.आधी रात के बाद, जब आतंकवादी चैन की नींद सो रहे, भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया. जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए गए. यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम हमलों के जवाब में की गई, जिसमें 26 नागरिकों की मौत हो गई थी.हम युद्ध के समर्थक नहीं हैं किंतु भारत की संप्रभुता पर हुए दुस्साहसिक हमले के प्रतिकार के लिए जबाबी कार्रावाई आवश्यक मानते हैं।

हमने बहुत पहले ही कह दिया था कि मुल्क युद्द के मुहाने पर है.भारतीय सेना ने रात 1.44 बजे जारी किए गए एक बयान में कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सैन्य हमले किए गए. जिसमें आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया. इसमें पीओके और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आतंकवादियों के लॉन्चिंग पैड को टारगेट कर हमला किया, जिसमें 70 से ज्यादा आतंकवादियों के मारे जाने की खबर है.

भारत की ओर से लक्ष्यवेधी प्रहार किया गया है.भारत ने पाकिस्तान और पीओके में उन ठिकानों पर हमला किया है जहां से आतंकवादी हमलों की योजना बनाई जा रही थी और उन्हें निर्देशित  किया जा रहा था. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत रातभर चले सटीक हमलों में कुल नौ ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें लश्कर के 3 और जैश के 4 लॉन्चिंग पैड भी हैं.

इस युद्ध की नौबत ही न आती यदि पाकिस्तान आतंकवाद को पालता, पोषता नहीं.अच्छी बात ये है कि पाकिस्तान को हर समय इमदाद देने वाले अमेरिका ने भी भारतीय सेना की कार्रवाई का समर्थन किया है.अमेरिकी के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा है कि-  ‘मैं भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति पर करीबी नज़र रख रहा हूं. मैं आज पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणियों से सहमत हूं. उम्मीद है कि यह जल्द ही समाप्त हो जाएगा. शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारतीय और पाकिस्तानी नेतृत्व दोनों के साथ बातचीत जारी रहेगी.

आधी रात को पाकिस्तान पर हमले के बाद भारतीय विमानन प्राधिकरण ने पाकिस्तान सीमा से लगे एयरपोर्ट को बंद कर दिया है. श्रीनगर, जम्‍मू, अमृतसर, लेह, चंडीगढ़, बीकानेर और धर्मशाला से ऑपरेट होने वाली सारी फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं. विमान कंपनियों ने यात्रियों से स्टेट्स चेक करके ही घर से निकलने को कहा है.

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की सोची-समझी सैन्य प्रतिक्रिया माना जा रहा है. पाकिस्तान के पंजाब के मुरीदके पर हमला शामिल था. यह लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय का घर है. इसे पाकिस्तान की “आतंक नर्सरी” के रूप में जाना जाता है. मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा और उसके प्रमुख संगठन जमात-उद-दावा का मुख्यालय लगभग 200 एकड़ में फैला हुआ है. यहां मस्जिदें, स्कूल, अस्पताल, खेत और एक आतंकी प्रशिक्षण शिविर शामिल हैं.

पाकिस्तानी सेना ने बयान जारी किया है. उन्होंने माना है कि भारत ने उनके 6 जगहों पर हमला किया है. 24 मिसाइल दागे गए हैं. बता दें कि पाकिस्तान ऑक्यूपाइड कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया है. इसमें ज्यादातर मस्जिद हैं, जहां से जैश-ए-मोहम्मद आतंकी पैदा करता था.

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते, बुधवार को श्रीनगर हवाई अड्डे से सभी उड़ानें रद्द रहेंगी. इसके अलावा, जम्मू, धर्मशाला लेह और अमृतसर के एयरपोर्ट्स भी बंद किए गए हैं जिसके चलते फ़्लाइट ऑपरेशंस पर असर पडेगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर नजर बनाए रखी. देर रात करीब 1 बजकर 44 मिनट पर भारत की तीनों सेनाओं ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादियों के 9 ठिकाने तबाह कर दिए. सेना के ऑपरेशन के दौरान रक्षा मंत्रालय में सारी रात अफसर मौजूद रहे. शायद इसी वजह से पिछले दो दिन से आर्मी का स्ट्रेट कॉम मीडिया के लिए बंद रखा गया था.

जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में एक पाकिस्तानी फाइटर जेट जेएफ-17 गिरा है. जिसका वीडियो स्थानीय युवक ने बनाया. हालांकि फाइटर में पायलट नहीं हैं. स्थानीय लोग उस फाइटर जेट को देखने के लिए वहां पहुंच रहे है.

 सूत्रों ने बताया कि वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों ने कई देशों के अपने समकक्षों से बात की है और पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादी कैम्पस पर भारत के मिसाइल हमलों के बारे में जानकारी दी है. इनमें अमेरिका, यूके, सऊदी अरब, यूएई और रूस शामिल हैं. अभी तक जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक भारत के हमले में 12 आतंकवादी मारे गए.

भारत के मिसाइल हमलों पर पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने कहा, “भारत ने पाकिस्तान के पांच स्थानों पर हमला किया है. पाकिस्तान को इस युद्ध जैसे कृत्य का जोरदार जवाब देने का पूरा अधिकार है, और एक मजबूत प्रतिक्रिया दी जा रही है. पूरा देश पाकिस्तान सशस्त्र बलों के साथ खड़ा है, और पूरे पाकिस्तानी राष्ट्र का मनोबल और उत्साह ऊंचा है. पाकिस्तानी राष्ट्र और पाकिस्तान सशस्त्र बल अच्छी तरह जानते हैं कि दुश्मन से कैसे निपटना है. हम कभी भी दुश्मन को अपने नापाक इरादों में सफल नहीं देंगे.

भारत द्वारा आतंकवादी ठिकानों पर हमले के बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में आपातकाल घोषित कर दिया गया है. इतना ही नहीं, सभी स्कूल-कॉलेज भी अगले आदेश तक बंद रहेंगे. 

पाकिस्तान और पीओके में आतंकवादियों के ठिकाने पर भारत की तरफ से बरसाए गए मिसाइल हमलों के बाद पड़ोसी देश में डर का माहौल है. इसी के मद्देनजर उन्होंने लाहौर और सियालकोट एयरपोर्ट को अगले 48 घंटे के लिए बंद कर दिया है.

भारत इस मुद्दे पर एकजुट है, लेकिन जरुरत इस बात की है कि ये युद्ध लंबा न खिंचे. सरकारी पार्टी इस युद्ध का लाभ बिहार विधानसभा चुनाव में लेने की कोशिश न करे. युद्धकाल में एकता, समरसता सबसे महत्वपूर्ण कारक है. आपरेशन सिंदूर के जबाब में हताश पाकिस्तान आपरेशन लोवान चालू कर सकता है. इसलिए सतर्क रहिये क्योंकि हमारे पास युद्धकाल में सुरक्षा के समुचित इंतजाम नहीं हैं. खासतौर पर बंकर. हमें उम्मीद है कि पाकिस्तान बहुत जल्द भारत के सामने घुटने टेक देगा. क्योंकि पाकिस्तान के पास भारत का लंबे समय तक मुकाबला करने की कूबत नहीं है.याद रखिये युद्ध छोटा हो या बडा होता रक्ररंजित ही है.

@ राकेश अचल

माकटेल से माकड्रिल तक की नौबत

आज की पीढी के लिए 'माकटेल' तो जाना पहचाना शब्द है किन्तु माकड्रिल और नौबत के बारे में शायद ही उसे पता हो. हम उस पीढी के लोग हैं जिन्होने माकड्रिल भी देखी है. हमने नौबत बजते भी देखी है और नौबत को आते जाते भी देखा है. 7मयी को माकड्रिल की नौबत पूरे 54 साल बाद आई है.
माकड्रिल का मतलब होता है छद्म अभ्यास. युद्ध के समय हवाई हमलों की पूर्व सूचना देने के लिए तेज आवाज में सायरन बजाकर जनता से सुरक्षित स्थानों में छिपने, ब्लैक आउट करने का अभ्यास कराया जाता है. पुराने जमाने में जब कल कारखाने बहुत थे तब हर शहर में कर्मचारियों को उनकी पाली शिफ्ट)की सूचना देने के लिए सायरन बजाए जाते थे. श्रमिक क्षेत्रों के अलावा मुख्य शहर के केंद्र में ऐसे सायरन बजाए जाते थे. युद्ध के सय भी इनका इस्तेमाल खतरे की सूचना देने के लिए किया जाता था.

हमने युद्ध के समय आखरी बार सायरन54साल पहले 1974में सुना था, लेकिन हमारे शहर में श्रमिकों के लिए सायरन 1992तक बजता रहा. ग्वालियर के हृदय स्थल महाराज बाडा पर वर्षों तक 10.30 बजे सायरन बजता था. इस सायरन का इस्तेमाल 30जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर 11बजे दो मिनिट का मौन धारण करने के लिए बजाया जाता था.
अब अगर 7 मई 2025 को आपके शहर में अचानक कोई तेज और डरावनी सायरन की आवाज सुनाई दे तो घबराएं नहीं, यह कोई आपात स्थिति नहीं, बल्कि एक मॉक ड्रिल यानी युद्ध जैसी स्थिति की तैयारी का अभ्यास है. इस दौरान एक ‘जंग वाला सायरन’ बजेगा, ताकि लोगों को बताया जा सके कि युद्ध या हवाई हमले जैसी स्थिति में क्या करना होता है? 
जैसा कि मैने पहले ही बताया कि 1971 की जंग के बाद यह पहली बार है क‍ि भारत सरकार ने ऐसा मॉक ड्रिल करने का आदेश द‍िया है.22अप्रैल को पहलगाम में 26लोगों की नृशंस हत्या के बाद एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की आहटें सुनाई दे रहीं हैं.ऐसे में आपके ल‍िए यह जानना जरूरी है क‍ि ये सायरन आखिर होता क्या है? कहां लगाए जाते हैं? इनकी आवाज कैसी होती है? कितनी दूरी तक सुनाई देती है? और जब ये बजता है तो लोगों को क्या करना चाहिए? 
जंग वाला सायरन आमतौर पर प्रशासनिक भवनों, पुलिस मुख्यालय, फायर स्टेशन, सैन्य ठिकानों और शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों में ऊंचाई पर लगाए जाते हैं. इनका मकसद कि सायरन की आवाज ज्‍यादा से ज्‍यादा दूर तक पहुचाना है

’जंग वाला सायरन’ दरअसल एक तेज आवाज वाला वॉर्निंग सिस्टम होता है. यह युद्ध, एयर स्‍ट्राइक या आपदा जैसी आपात स्थिति की सूचना देता है. इसकी आवाज में एक लगातार ऊंचा-नीचा होता हुआ कंपन होता है, जिससे यह आम हॉर्न या एंबुलेंस की आवाज से बिल्कुल अलग पहचाना जा सके.
देश में 1971के बाद पैदा हुई पीढी के लिए माकड्रिल और सायरन की आवाज एक अनूठा अनुभव होगा. ऐसे अनुभव यूक्रेन, फिलिस्तीन, रुस और इजराइल के लोगों को बहुत हैंक्योंकि ये देश युद्धरत देश हैं किंतु शांतिप्रिय देशों की जनता के लिए ये अनुभव भयावह और चौंकाने वाले भी हो सकते हैं.
भारत ने 2019 में पुलवामा के बाद जम्मू-कश्मीर में हुए सबसे भीषण हमले को लेकर भारत किसी को बख्‍शने वाला नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने  रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह से मुलाकात की. अटकलें लगाई जा रही हैं कि नई दिल्लीअब पाकिस्तान को पहलगाम हत्याकांड का जबाब देने की तैयारी कर चुकी है इसीलिए नौबत माकड्रिल तक आई है.
अब आप नौबत के बारे में जान ही लीजिये. नौबत का एक अर्थ पारी, समय, बेला होता है तो एक अर्थ मंगल ध्वनि भी होता है. एक जमाने में राजा महाराजाओं के आवास महल, किले की ड्योढी यानि दरवाजे के बाहर सुबह सुब  ढोल, नगाडे और शहनाई बजती थी, इसे भी नौबत बजाना कहा जाता था.
@राकेश अचल

6 मई 2025,मंगलवार का पंचांग

 आप का दिन मंगलमय हो

*सूर्योदय :-* 05:38 बजे  

*सूर्यास्त :-* 18:58 बजे 

श्री विक्रमसंवत्- *2082* शाके- *1947* 

*श्री वीरनिर्वाण संवत्- 2551* 

*सूर्य*:- -सूर्य उत्तरायण, उत्तरगोल 

*🌧️ऋतु* : ग्रीष्म ऋतु 

*सूर्योदय के समय तिथि,नक्षत्र,योग, करण का समय* - 

आज वैशाख माह शुक्ल पक्ष *नवमी तिथि*  08:358 बजे  तक फिर दशमी  तिथि चलेगी।  

💫 *नक्षत्र आज* मघा नक्षत्र 15:51 बजे तक  फिर पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र चलेगा।

   *योग* :- आज *ध्रुव*  है।

*करण*  :-आज  *कौलब* हैं।

 💫 *पंचक* :- पंचक, भद्रा नहीं है।गंडमूल 15:51 तक है।

*🔥अग्निवास*: आज आकाश में है।

☄️ *दिशाशूल* : आज   उत्तर दिशा में।

*🌚राहूकाल* :आज 15:38 बजे से 17:18  बजे  तक  अशुभ समय है।

*🌼अभिजित मुहूर्त* :- आज 11:52 बजे से 12:45 बजे तक  शुभ है।

प्रत्येक बुधवार को अशुभ होता है ।

*पर्व त्यौहा*: 

*मुहूर्त* :

🪐  *सूर्योदय समय ग्रह राशि विचार* :-

 सूर्य-मेष, चन्द्र-सिंह, मंगल-कर्क बुध-मीन, गुरु-वृष, शुक्र-मीन, शनि-मीन, राहू- मीन,केतु-कन्या, प्लूटो-मकर ,नेप्च्यून-मीन

हर्षल-मेष में आज है।

 *🌞चोघडिया, दिन*

रोग 05:38 - 07:18 अशुभ

उद्वेग 07:18 - 08:58 अशुभ

चर 08:58 - 10:38 शुभ

लाभ 10:38 - 12:18 शुभ

अमृत 12:18 - 13:58 शुभ

काल 13:58 - 15:38 अशुभ

शुभ 15:38 - 17:18 शुभ

रोग 17:18 - 18:58 अशुभ

*🌘चोघडिया, रात*

काल 18:58 - 20:18 अशुभ

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जातिगत जनगणना सामाजिक न्याय की जीत: सक्सैना

सरकार से मांग : देश में जातिगत जनगणना कब से होगी इसकी समय सीमा तय करे

ग्वालियर। मध्यप्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता रवि सक्सैना ने कहा है कि देश में होने जा रही जातिगत जनगणना कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की अडिग लडाई और सामाजिक न्याय की जीत है। उन्होंने केन्द्र सरकार से मांग की है कि वह स्पष्ट करे कि देश में जातिगत जनगणना कब से होगी इसकी समय सीमा तय करे। 

मप्र के वरिष्ठ प्रवक्ता रवि सक्सैना ने सोमवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के अडिग रवैये के चलते जातिगत जनगणना सें लेकर नीतिगत सुधारों को लेकर भाजपा को झुकना पडा। उन्होंने कहा कि राुहल गांधी ने भाजपा के वंचित विरोधी नीतियों की पोल खोली और 2023-2024 में संसद से लेकर अपनी रैलियों , प्रेस वार्ताओं सोशल मीडिया पर इस मुददे को सजगता से उठाया। वहीं तेलंगाना में जातिगत सर्वेक्षण को एक पारदर्शी समावेशी माडल के रूप में प्रस्तुत करते हुये आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से हटाने की मांग उठाई। और भाजपा को वंचित और पिछडा वर्ग विरोधी मानसिकता को उजागर किया। इसी प्रकार से किसानों से लेकर करोना , नोटबंदी जीएसटी आदि मुददे को भी सजगता से उठाया। 

उन्होंने कहा कि मप्र कांग्रेस कमेटी राहुल गांधी के नेतृत्व में एक समावेशी , न्यायपूर्ण और प्रगतिशील मध्यप्रदेश के निर्माण के लिए कटिबद्ध है। हम मप्र की जनता को विश्वास दिलाते हैं कि हम जनता की लडाई को और मजबूत करेंगे और भाजपा की हर जनविरोधी नीति का डटकर मुकाबला करेंगे। पत्रकार वार्ता में प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा, शहर जिलाध्यक्ष डा देवेन्द्र शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह, राम पांडे आदि मौजूद थे।

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